हिमाचल में बगलामुखी मंदिर तक रोपवे का शुभारंभ:सीएम सुक्खू ने किया सफर, बोले- ब्यास नदी के ऊपर का सफर होगा रोमांच
हिमाचल में बगलामुखी मंदिर तक रोपवे का शुभारंभ:सीएम सुक्खू ने किया सफर, बोले- ब्यास नदी के ऊपर का सफर होगा रोमांच
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पंडोह के समीप कैंची मोड़ से बगलामुखी माता मंदिर बाखली तक निर्मित 750 मीटर लंबे रोपवे का विधवत रूप से शुभारंभ किया।इससे पहले पंडोह पहुंचने पर स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत किया। इस दौरान उनके साथ उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री भी मौजूद रहे। यह रोपवे न केवल स्थानीय लोगों के लिए एक बड़ी सुविधा का माध्यम है, बल्कि यह क्षेत्र में पर्यटन को भी एक नई दिशा प्रदान करेगा। इस रोप-वे पर दो ट्रॉली लगाई गई हैं। जिनमें एक समय में 32 लोग आ और जा सकेंगे। एक केबिन में 16 लोगों को ले जाने की क्षमता है। इस पर एकतरफा सफर के लिए 150 रुपए जबकि दो तरफा सफर के लिए 250 रुपए शुल्क रखा गया है। 53.89 करोड़ रुपए की लागत से निर्माण इस दौरान मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि 800 मीटर लंबे रोपवे का 53.89 करोड़ रुपए की लागत से निर्माण किया गया है और यह आधुनिक प्रौद्योगिकी का अद्भुत प्रारूप है। यूरोपियन सीईएन मानकों पर आधारित यह रोपवे एक घंटे में 21.6 किमी की दूरी तय करेगा तथा प्रति घंटे में 600 यात्रियों को ले जा सकेगा। उन्होंने कहा कि इस रोपवे से 14 किमी की अतिरिक्त दूरी कम होगी। साथ ही श्रद्धालु और पर्यटक प्रकृति के मनोरम नजारों का भी आनंद ले सकेंगे। यह प्रदेश का एकमात्र रोपवे है, जो पानी के ऊपर पंडोह बांध से होकर गुजरेगा। पर्यटकों का बढ़ेगा रोमांच मुख्यमंत्री ने कहा कि यह रोपवे यात्रियों को क्षेत्र के अनुपम सौंदर्य के दर्शन का अनुभव करवाएगा। प्रकृति की गोद में यह अनूठी विशेषता यात्रियों के रोमांच को बढ़ाएगा और यह उनके लिए बेहद यादगार पल साबित होंगे। सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि रोपवे से माता बगलामुखी मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या में भी आशातीत वृद्धि होगी। इसके अलावा वन विभाग द्वारा निर्मित नेचर पार्क तक पहुंचने में भी पर्यटकों और श्रद्धालुओं को सुविधा होगी। कुल्लू मनाली, कसोल और लाहौल-स्पीति आने वाले पर्यटकों के लिए भी यह एक आकर्षण का स्थल बनेगा। स्थानीय लोगों को भी मिलेगी सुविधा मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना से न केवल पर्यटकों को एक शानदार अनुभव मिलेगा बल्कि स्थानीय लोगों की आर्थिक व्यवस्था भी सुदृढ़ होगी। उन्होंने कहा कि सतत पर्यटन को प्रोत्साहित और यात्रा समय को कम करने के साथ-साथ यह रोपवे क्षेत्र के प्राकृतिक सौंदर्य को संरक्षित करेगा। यह रोपवे अधोसंरचना के विकास को बढ़ावा देने की राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को भी प्रदर्शित करता है। मुख्यमंत्री ने माता बगलामुखी मंदिर में पूजा-अर्चना की और प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की। हिमाचल में बगलामुखी के दो मशहूर मंदिर हिमाचल प्रदेश में माता बगलामुखी के दो मशहूर मंदिर है। एक मंदिर कांगड़ा और दूसरा मंडी में है। दोनों मंदिरों में सालभर श्रद्धलुओं का तांता लगा रहता है। मान्यता है कि बगलामुखी मंदिर में हवन कराने से शत्रुओं का नाश होता है। श्रद्धालु यहां पर शत्रुओं के नाश और ग्रहों की शांति के लिए विशेष हवन कराते हैं। 250 रुपए आने-जाने का किराया बगलामुखी रोप-वे के आसपास के गांव के लोगों के लिए किराया कम रखा गया है। लोकल 30 रुपए देकर सफर कर सकेंगे, जबकि बाहर से आने वाले लोगों को 250 रुपए आने-जाने का किराया देना होगा। यानी दोनों साइड का किराया 250 रुपए लगेगा। एक साइड का किराया 150 रुपए तय किया गया है। 10 साल की उम्र तक के बच्चों को किराए में 50 फीसदी की छूट मिलेगी। वहीं 5 साल तक की उम्र के बच्चों को मुफ्त यात्रा की सुविधा रहेगी। पूर्व सीएम जयराम ने किया था शिलान्यास 750 मीटर लंबे इस रोपवे का 6 फरवरी 2022 को पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिलान्यास किया था और उद्घाटन मौजूदा सीएम सुक्खू करेंगे। इस दौरान डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री भी उपस्थित रहेंगे। अपने मंडी दौरे के दौरान सीएम सुक्खू मंडी जिला की जनता को करोड़ों रुपए की सौगात देंगे। हिमाचल रोप-वे कॉर्पोरेशन ने इसका निर्माण आस्ट्रिया की एक कंपनी से करवाया है।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पंडोह के समीप कैंची मोड़ से बगलामुखी माता मंदिर बाखली तक निर्मित 750 मीटर लंबे रोपवे का विधवत रूप से शुभारंभ किया।इससे पहले पंडोह पहुंचने पर स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत किया। इस दौरान उनके साथ उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री भी मौजूद रहे। यह रोपवे न केवल स्थानीय लोगों के लिए एक बड़ी सुविधा का माध्यम है, बल्कि यह क्षेत्र में पर्यटन को भी एक नई दिशा प्रदान करेगा। इस रोप-वे पर दो ट्रॉली लगाई गई हैं। जिनमें एक समय में 32 लोग आ और जा सकेंगे। एक केबिन में 16 लोगों को ले जाने की क्षमता है। इस पर एकतरफा सफर के लिए 150 रुपए जबकि दो तरफा सफर के लिए 250 रुपए शुल्क रखा गया है। 53.89 करोड़ रुपए की लागत से निर्माण इस दौरान मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि 800 मीटर लंबे रोपवे का 53.89 करोड़ रुपए की लागत से निर्माण किया गया है और यह आधुनिक प्रौद्योगिकी का अद्भुत प्रारूप है। यूरोपियन सीईएन मानकों पर आधारित यह रोपवे एक घंटे में 21.6 किमी की दूरी तय करेगा तथा प्रति घंटे में 600 यात्रियों को ले जा सकेगा। उन्होंने कहा कि इस रोपवे से 14 किमी की अतिरिक्त दूरी कम होगी। साथ ही श्रद्धालु और पर्यटक प्रकृति के मनोरम नजारों का भी आनंद ले सकेंगे। यह प्रदेश का एकमात्र रोपवे है, जो पानी के ऊपर पंडोह बांध से होकर गुजरेगा। पर्यटकों का बढ़ेगा रोमांच मुख्यमंत्री ने कहा कि यह रोपवे यात्रियों को क्षेत्र के अनुपम सौंदर्य के दर्शन का अनुभव करवाएगा। प्रकृति की गोद में यह अनूठी विशेषता यात्रियों के रोमांच को बढ़ाएगा और यह उनके लिए बेहद यादगार पल साबित होंगे। सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि रोपवे से माता बगलामुखी मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या में भी आशातीत वृद्धि होगी। इसके अलावा वन विभाग द्वारा निर्मित नेचर पार्क तक पहुंचने में भी पर्यटकों और श्रद्धालुओं को सुविधा होगी। कुल्लू मनाली, कसोल और लाहौल-स्पीति आने वाले पर्यटकों के लिए भी यह एक आकर्षण का स्थल बनेगा। स्थानीय लोगों को भी मिलेगी सुविधा मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना से न केवल पर्यटकों को एक शानदार अनुभव मिलेगा बल्कि स्थानीय लोगों की आर्थिक व्यवस्था भी सुदृढ़ होगी। उन्होंने कहा कि सतत पर्यटन को प्रोत्साहित और यात्रा समय को कम करने के साथ-साथ यह रोपवे क्षेत्र के प्राकृतिक सौंदर्य को संरक्षित करेगा। यह रोपवे अधोसंरचना के विकास को बढ़ावा देने की राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को भी प्रदर्शित करता है। मुख्यमंत्री ने माता बगलामुखी मंदिर में पूजा-अर्चना की और प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की। हिमाचल में बगलामुखी के दो मशहूर मंदिर हिमाचल प्रदेश में माता बगलामुखी के दो मशहूर मंदिर है। एक मंदिर कांगड़ा और दूसरा मंडी में है। दोनों मंदिरों में सालभर श्रद्धलुओं का तांता लगा रहता है। मान्यता है कि बगलामुखी मंदिर में हवन कराने से शत्रुओं का नाश होता है। श्रद्धालु यहां पर शत्रुओं के नाश और ग्रहों की शांति के लिए विशेष हवन कराते हैं। 250 रुपए आने-जाने का किराया बगलामुखी रोप-वे के आसपास के गांव के लोगों के लिए किराया कम रखा गया है। लोकल 30 रुपए देकर सफर कर सकेंगे, जबकि बाहर से आने वाले लोगों को 250 रुपए आने-जाने का किराया देना होगा। यानी दोनों साइड का किराया 250 रुपए लगेगा। एक साइड का किराया 150 रुपए तय किया गया है। 10 साल की उम्र तक के बच्चों को किराए में 50 फीसदी की छूट मिलेगी। वहीं 5 साल तक की उम्र के बच्चों को मुफ्त यात्रा की सुविधा रहेगी। पूर्व सीएम जयराम ने किया था शिलान्यास 750 मीटर लंबे इस रोपवे का 6 फरवरी 2022 को पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिलान्यास किया था और उद्घाटन मौजूदा सीएम सुक्खू करेंगे। इस दौरान डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री भी उपस्थित रहेंगे। अपने मंडी दौरे के दौरान सीएम सुक्खू मंडी जिला की जनता को करोड़ों रुपए की सौगात देंगे। हिमाचल रोप-वे कॉर्पोरेशन ने इसका निर्माण आस्ट्रिया की एक कंपनी से करवाया है।