स्वामी अवधेशानंद जी गिरि के जीवन सूत्र:सभी का सहयोग और सफल जीवन पाना चाहते हैं तो मन, वचन और कर्म से एक रहें

हम अपने संकल्प और विचार से बने हैं, हम अपनी सोच की फसल हैं। हमने ही स्वयं को बनाया है। ये जीवन हमने ही निर्मित किया है। अपने विचार, सोच, संकल्प से ही हमें कर्म फल प्राप्त होते हैं। हम ऐसा जीवन चाहते हैं, जिसमें निरंतर उन्नति हो, कोई अभाव न रहे, लोग हमारा विरोध न करें। हमारी उपेक्षा न करें। सब लोग सहयोग करते रहें। ऐसा तब संभव है, जब हम मन, वचन और कर्म से एक रहते हैं। आज जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद जी गिरि के जीवन सूत्र में जानिए जीवन को सफल कैसे बना सकते हैं? आज का जीवन सूत्र जानने के लिए ऊपर फोटो पर क्लिक करें।

स्वामी अवधेशानंद जी गिरि के जीवन सूत्र:सभी का सहयोग और सफल जीवन पाना चाहते हैं तो मन, वचन और कर्म से एक रहें
हम अपने संकल्प और विचार से बने हैं, हम अपनी सोच की फसल हैं। हमने ही स्वयं को बनाया है। ये जीवन हमने ही निर्मित किया है। अपने विचार, सोच, संकल्प से ही हमें कर्म फल प्राप्त होते हैं। हम ऐसा जीवन चाहते हैं, जिसमें निरंतर उन्नति हो, कोई अभाव न रहे, लोग हमारा विरोध न करें। हमारी उपेक्षा न करें। सब लोग सहयोग करते रहें। ऐसा तब संभव है, जब हम मन, वचन और कर्म से एक रहते हैं। आज जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद जी गिरि के जीवन सूत्र में जानिए जीवन को सफल कैसे बना सकते हैं? आज का जीवन सूत्र जानने के लिए ऊपर फोटो पर क्लिक करें।