महाकुंभ गए हर 10 में से 9 लोग ठगे गए:फ्लाइट के लिए 300% महंगी टिकट खरीदी, 67% लोगों ने नाव और टेंट के 4 गुना पैसे चुकाए

महाकुंभ जाने वाले हर 10 में 9 व्यक्ति को फ्लाइट टिकट के लिए 50% से 300% तक ज्यादा पैसे चुकाने पड़े। इसी तरह नाव और टेंट में भी ठगे गए। कम्युनिटी प्लेटफॉर्म लोकल सर्कल्स ने 303 जिलों से कुंभ जाने वाले 49 हजार लोगों पर एक सर्वे किया, जिसमें ये खुलासे हुए हैं। फ्लाइट से कुंभ यात्रा पर गए सिर्फ 13% लोगों ने सर्वे में कहा कि उन्होंने कोई एक्स्ट्रा चार्ज नहीं दिया। वहीं फ्लाइट से न जाने वाले सिर्फ 22% लोगों ने कहा कि उन्हें ट्रांसपोर्ट और बाकी चीजों के लिए अतिरिक्त खर्च नहीं करना पड़ा। इस स्टोरी में सर्वे की ऐसी ही रोचक बातें जानेंगे… प्रयागराज की फ्लाइट टिकट्स के दाम 50 हजार पार पहुंचे बीती 28 जनवरी को लोकल सर्किल्स से बात करते हुए हर 10 में से 8 कुंभ यात्रियों ने बताया कि उन्होंने महाकुंभ के लिए फ्लाइट बुक की थी और एयरलाइंस ने उनसे टिकट के लिए 3 से 6 गुना तक ज्यादा किराया वसूला। इसके बाद 2 फरवरी तक दिल्ली से प्रयागराज का फ्लाइट का किराया 40 हजार से घटकर 15 हजार तक आया, लेकिन 11 फरवरी से किराया फिर से बढ़ गया। 10 फरवरी को कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने संसद में कुंभ के लिए इस महंगे सफर पर सवाल उठाए। उन्होंने एयरलाइंस पर धार्मिक भावनाओं से फायदा उठाने का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रयागराज की फ्लाइट्स की कीमतें लोगों की श्रद्धा और परंपरा के बहाने उन्हें लूटने के बराबर हैं। प्रमोद तिवारी ने कहा कि चेन्नई से प्रयागराज का किराया 53 हजार रुपए, कोलकाता और प्रयागराज के बीच राउंड-ट्रिप की कीमत 35 हजार रुपए, जबकि हैदराबाद, दिल्ली और मुंबई से टिकटें 47.5 हजार रुपए तक की हैं। हालांकि, केंद्र सरकार में सिविल एविएशन मिनिस्टर राम मोहन नायडू का संसद में कहना था कि ज्यादा किराया, ज्यादा डिमांड की वजह से है। लग्जरी टेंट में तीन रात रुकने का किराया 2.4 लाख तक पहुंचा फ्लाइट्स की कीमतों के अलावा प्रयागराज में लोगों के रहने के लिए लगाए गए तंबू यानी टेंट और नाव का किराया भी बढ़ा है। ये बढ़ोतरी सबसे ज्यादा 29 जनवरी को मौनी अमावस्या और 3 फरवरी को बसंत पंचमी जैसे खास दिनों पर हुई। रिपोर्ट के मुताबिक, 29 जनवरी को प्रयागराज में टेंट और होटलों की कीमतें तीन गुनी तक बढ़ा दी गई थीं। प्रयागराज में सामान्य दिनों में 2500 से 3000 रुपए में होटल में कमरा मिल जाता है। कुंभ के चलते इन होटलों में एक कमरे का किराया करीब 6 हजार से 7 हजार रुपए तक था। ये किराया 29 जनवरी को 22 हजार रुपए तक पहुंच गया। इसी तरह प्राइवेट टेंट में एक रात रुकने का किराया मौनी अमावस्या जैसे खास दिनों में 15 हजार रुपये से बढ़कर 45 हजार रुपए तक पहुंच गया। वहीं लक्जरी कॉटेज में तीन रात रुकने और खाने-पीने का पूरा पैकेज 2.40 लाख रुपए तक का था। जबकि डोम सिटी में एक रात का किराया 91 हजार रुपए तक हो गया था। सर्वे में रिस्पॉन्स देने वाले 62% पुरुष और 38% महिलाएं सर्वे में महाकुंभ में आए भारत के 303 जिलों में रहने वाले लोग शामिल हुए। इसमें 49 हजार से ज्यादा रिस्पॉन्स आए। इनमें 62% जवाब देने वाले पुरुष थे, जबकि 38% महिलाएं थीं। 44% जवाब देने वाले मुंबई, दिल्ली, बैंगलोर जैसे टियर-1 सिटी के थे, 25% लोग अहमदाबाद, कोयंबटूर, जयपुर जैसे टियर-2 सिटी के थे। जबकि 31% रिस्पॉन्स देने वाले टियर-3, 4, 5 और ग्रामीण जिलों से थे। ------- महाकुंभ से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए... महाकुंभ के पानी में भयंकर मल बैक्टीरिया, CM योगी बोले- पानी पीने लायक; अगर कोई इसे पी ले तो क्या होगा महाकुंभ के पानी में तय मानक से 13 गुना ज्यादा फीकल कोलीफॉर्म यानी मल वाला बैक्टीरिया मिला है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल को सौंपी गई सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ। हालांकि CM योगी ने इसे खारिज करते हुए कहा कि संगम का पानी न सिर्फ डुबकी लगाने, बल्कि पीने के लिए भी उपयुक्त है। पूरी खबर पढ़िए...

महाकुंभ गए हर 10 में से 9 लोग ठगे गए:फ्लाइट के लिए 300% महंगी टिकट खरीदी, 67% लोगों ने नाव और टेंट के 4 गुना पैसे चुकाए
महाकुंभ जाने वाले हर 10 में 9 व्यक्ति को फ्लाइट टिकट के लिए 50% से 300% तक ज्यादा पैसे चुकाने पड़े। इसी तरह नाव और टेंट में भी ठगे गए। कम्युनिटी प्लेटफॉर्म लोकल सर्कल्स ने 303 जिलों से कुंभ जाने वाले 49 हजार लोगों पर एक सर्वे किया, जिसमें ये खुलासे हुए हैं। फ्लाइट से कुंभ यात्रा पर गए सिर्फ 13% लोगों ने सर्वे में कहा कि उन्होंने कोई एक्स्ट्रा चार्ज नहीं दिया। वहीं फ्लाइट से न जाने वाले सिर्फ 22% लोगों ने कहा कि उन्हें ट्रांसपोर्ट और बाकी चीजों के लिए अतिरिक्त खर्च नहीं करना पड़ा। इस स्टोरी में सर्वे की ऐसी ही रोचक बातें जानेंगे… प्रयागराज की फ्लाइट टिकट्स के दाम 50 हजार पार पहुंचे बीती 28 जनवरी को लोकल सर्किल्स से बात करते हुए हर 10 में से 8 कुंभ यात्रियों ने बताया कि उन्होंने महाकुंभ के लिए फ्लाइट बुक की थी और एयरलाइंस ने उनसे टिकट के लिए 3 से 6 गुना तक ज्यादा किराया वसूला। इसके बाद 2 फरवरी तक दिल्ली से प्रयागराज का फ्लाइट का किराया 40 हजार से घटकर 15 हजार तक आया, लेकिन 11 फरवरी से किराया फिर से बढ़ गया। 10 फरवरी को कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने संसद में कुंभ के लिए इस महंगे सफर पर सवाल उठाए। उन्होंने एयरलाइंस पर धार्मिक भावनाओं से फायदा उठाने का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रयागराज की फ्लाइट्स की कीमतें लोगों की श्रद्धा और परंपरा के बहाने उन्हें लूटने के बराबर हैं। प्रमोद तिवारी ने कहा कि चेन्नई से प्रयागराज का किराया 53 हजार रुपए, कोलकाता और प्रयागराज के बीच राउंड-ट्रिप की कीमत 35 हजार रुपए, जबकि हैदराबाद, दिल्ली और मुंबई से टिकटें 47.5 हजार रुपए तक की हैं। हालांकि, केंद्र सरकार में सिविल एविएशन मिनिस्टर राम मोहन नायडू का संसद में कहना था कि ज्यादा किराया, ज्यादा डिमांड की वजह से है। लग्जरी टेंट में तीन रात रुकने का किराया 2.4 लाख तक पहुंचा फ्लाइट्स की कीमतों के अलावा प्रयागराज में लोगों के रहने के लिए लगाए गए तंबू यानी टेंट और नाव का किराया भी बढ़ा है। ये बढ़ोतरी सबसे ज्यादा 29 जनवरी को मौनी अमावस्या और 3 फरवरी को बसंत पंचमी जैसे खास दिनों पर हुई। रिपोर्ट के मुताबिक, 29 जनवरी को प्रयागराज में टेंट और होटलों की कीमतें तीन गुनी तक बढ़ा दी गई थीं। प्रयागराज में सामान्य दिनों में 2500 से 3000 रुपए में होटल में कमरा मिल जाता है। कुंभ के चलते इन होटलों में एक कमरे का किराया करीब 6 हजार से 7 हजार रुपए तक था। ये किराया 29 जनवरी को 22 हजार रुपए तक पहुंच गया। इसी तरह प्राइवेट टेंट में एक रात रुकने का किराया मौनी अमावस्या जैसे खास दिनों में 15 हजार रुपये से बढ़कर 45 हजार रुपए तक पहुंच गया। वहीं लक्जरी कॉटेज में तीन रात रुकने और खाने-पीने का पूरा पैकेज 2.40 लाख रुपए तक का था। जबकि डोम सिटी में एक रात का किराया 91 हजार रुपए तक हो गया था। सर्वे में रिस्पॉन्स देने वाले 62% पुरुष और 38% महिलाएं सर्वे में महाकुंभ में आए भारत के 303 जिलों में रहने वाले लोग शामिल हुए। इसमें 49 हजार से ज्यादा रिस्पॉन्स आए। इनमें 62% जवाब देने वाले पुरुष थे, जबकि 38% महिलाएं थीं। 44% जवाब देने वाले मुंबई, दिल्ली, बैंगलोर जैसे टियर-1 सिटी के थे, 25% लोग अहमदाबाद, कोयंबटूर, जयपुर जैसे टियर-2 सिटी के थे। जबकि 31% रिस्पॉन्स देने वाले टियर-3, 4, 5 और ग्रामीण जिलों से थे। ------- महाकुंभ से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए... महाकुंभ के पानी में भयंकर मल बैक्टीरिया, CM योगी बोले- पानी पीने लायक; अगर कोई इसे पी ले तो क्या होगा महाकुंभ के पानी में तय मानक से 13 गुना ज्यादा फीकल कोलीफॉर्म यानी मल वाला बैक्टीरिया मिला है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल को सौंपी गई सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ। हालांकि CM योगी ने इसे खारिज करते हुए कहा कि संगम का पानी न सिर्फ डुबकी लगाने, बल्कि पीने के लिए भी उपयुक्त है। पूरी खबर पढ़िए...