आज का एक्सप्लेनर:महाकुंभ में नहाती महिलाओं के वीडियो जुटाकर हजारों में बेच रहे, कैसे चलता है पूरा धंधा; 7 जरूरी सवालों के जवाब
आज का एक्सप्लेनर:महाकुंभ में नहाती महिलाओं के वीडियो जुटाकर हजारों में बेच रहे, कैसे चलता है पूरा धंधा; 7 जरूरी सवालों के जवाब
महाकुंभ में आस्था की डुबकी से सॉफ्ट पोर्न का धंधा खड़ा हो चुका है। महिलाओं के नहाने के वीडियोज और तस्वीरें ऑनलाइन हजारों रुपए में बेची जा रही हैं। इसके तार प्रयागराज से अहमदाबाद तक जुड़े हैं और धीरे-धीरे परतें खुलने लगी हैं। महिलाओं के निजी वीडियो कैसे जुटाए और बेचे जाते हैं, इसके पीछे कितना बड़ा रैकेट, पुलिस की जांच कहां तक पहुंची; जानेंगे आज के एक्सप्लेनर में... सवाल-1: महाकुंभ में नहाती महिलाओं के वीडियो ऑनलाइन बेचने का मामला कैसे सामने आया? जवाबः 17 फरवरी को गुजरात के पत्रकार सागर पटोलिया ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो का स्क्रीनशॉट शेयर कर लिखा, गुजरात के एक अस्पताल में महिलाओं के चेकअप का सीसीटीवी फुटेज यूट्यूब पर पोस्ट किया गया है। यूट्यूब के जरिए ये लोग अपने टेलीग्राम चैनल पर जुड़ने की अपील कर रहे हैं। ये वीडियो गुजरात के पायल हॉस्पिटल का बताया गया। पड़ताल के बाद पता चला कि ऐसे कई अस्पतालों के प्राइवेट CCTV फुटेज टेलीग्राम चैनलों पर बेचे जा रहे हैं। जिनमें महिलाएं इंजेक्शन लगवा रही हैं या जांच करवा रही हैं। इसके लिए बाकायदा वीडियोज की कैटेगरी बनी हुई हैं। हर वीडियो के दाम तय किए गए हैं। इन्हीं से जुड़े कुछ टेलीग्राम चैनल्स पर महाकुंभ में नहाती महिलाओं के आपत्तिजनक वीडियो और तस्वीरें दिखीं। इसके लिए 'Ganga river open bathing group', 'Hidden bath videos group' और 'Open bath videos group' जैसे नामों के ग्रुप्स बनाए गए थे। इसके अलावा यूट्यूब, फेसबुक और इंस्टाग्राम के कई हैंडल्स मिले, जिनमें नहाती और कपड़े बदलती महिलाओं के वीडियोज अपलोड किए जा रहे थे। इसके बाद गुजरात और प्रयागराज पुलिस पर कार्रवाई का दबाव बना। सवाल-2: पुलिस ने इस मामले में अब तक क्या कार्रवाई की है? जवाबः अहमदाबाद पुलिस को जांच में टेलीग्राम ग्रुप में दो यूट्यूब चैनल्स के लिंक मिले। इन चैनल्स के जरिए पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। महाराष्ट्र से प्रज्वल तेली और प्राज पाटिल और प्रयागराज से चंद्रप्रकाश। अहमदाबाद साइबर क्राइम की DCP लवीना सिन्हा ने बताया कि प्रयागराज के यूट्यूबर चंद्रप्रकाश के मोबाइल से कुम्भ में स्नान करती महिलाओं का वीडियो अपलोड किया गया है। अब इस बात की जांच की जा रही है कि उसने यह वीडियो खुद शूट करके अपलोड किया है या किसी से लिया है। शुरुआती पूछताछ में चंद्रप्रकाश ने कबूल किया कि उसने ये वीडियो दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से डाउनलोड करके अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड कर दिए थे। हालांकि, पुलिस को इस बयान पर विश्वास नहीं है। इस पूरे नेक्सस को क्रैक करने में UP पुलिस, साइबर क्राइम सेल, STF के अलावा अहमदाबाद क्राइम ब्रांच जुटी है। प्रयागराज पुलिस ने कुल 17 सोशल मीडिया हैंडल्स, प्रोफाइल और कुछ टेलीग्राम चैनल को आइडेंटिफाई किया है। अब तक 3 FIR दर्ज कर इनकी जांच शुरू कर दी है। इनमें नेहा नाम का एक इंस्टाग्राम अकाउंट भी है। सवाल-3: महाकुंभ में स्नान करने वाली महिलाओं के वीडियो बनाए कैसे जाते हैं? जवाबः महाकुंभ में स्नान करने वाली महिलाओं के वीडियो दो तरह से जुटाए जा रहे हैं- पहला: घाटों पर चोरी-छिपे नहाती महिलाओं के वीडियो शूट करके एक उदाहरण से समझिए। एक वीडियो में महिला गंगा में स्नान कर रही है और कोई छिपकर उसे रिकॉर्ड कर रहा है। कैमरा जानबूझकर महिला के शरीर के हिस्सों पर जूम-इन करता है। साफ पता लग रहा है कि कोई जानबूझकर ऐसे वीडियो बना रहा है। इस केस की जांच में शामिल एक सूत्र के मुताबिक महाकुंभ के वीडियो मोबाइल से चोरी-छिपे शूट किए गए। सभी वीडियो का एनालिसिस करने से यही लगता है। वीडियो बनाने वाला गैंग महाकुंभ में स्नान घाटों पर एक्टिव था, जहां पर महिलाएं नहाती हैं या फिर कपड़े बदलती हैं। कुछ वीडियो शाम ढलते वक्त बनाए गए हैं, ताकि मोबाइल न दिखे। ये सभी वीडियो महाकुंभ मेला क्षेत्र में अलग-अलग लोकेशन के हैं। इसलिए ये भी संभव है कि वीडियो बनाने के लिए एक स्पेशल गैंग काम कर रहा हो। घाटों पर भीड़ की तुलना में चेंजिंग रूम बहुत सीमित हैं, ऐसे में महिलाएं चेंजिंग रूम के आस-पास ही किसी तरह कपड़े बदल लेती हैं। इस रैकेट के लोग वहां भी नजरें गड़ाए रहते हैं और मौका मिलते ही वीडियो बना लेते हैं। दूसरा: सोशल मीडिया से लोगों के प्राइवेट वीडियो निकालना महाकुंभ में नहाने गए लोग खुद भी नहाने के दौरान के अपने वीडियोज शेयर करते हैं। रैकेट के लोग सोशल मीडिया पर कुम्भ से जुड़े ट्रेंडिंग हैशटैग जैसे- #Prayagrajkumbh, #Mahakumbh वगैरह को फॉलो करते हैं और लोगों के सोशल मीडिया से उनके निजी फोटो-वीडियो निकालकर इकट्ठा कर लेते हैं। कुछ अकाउंट्स पर महिलाओं के पुराने और दूसरी जगहों के नहाते हुए वीडियो भी कुम्भ के नाम पर फैलाए जा रहे हैं। सवाल-4: वीडियो जुटाने के बाद उन्हें बेचा कैसे जाता है? जवाबः वीडियो चाहे खुद बनाए गए हों या उन्हें दूसरों की प्रोफाइल से जुटाया गया हो, उन्हें बेचने का सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म टेलीग्राम है। टेलीग्राम पर बने चैनल ऑनलाइन पेमेंट के बदले में ऐसे वीडियो प्रोवाइड करते हैं। हालांकि, इसके लिए सबसे जरूरी कड़ी है लोगों को टेलीग्राम चैनल तक लाना। अब इसका प्रोसेस भी समझिए... टेलीग्राम सर्च इंजन और एनालिटिक्स प्लेटफॉर्म टेलीमेट्रियो के मुताबिक, 12 फरवरी से 18 फरवरी के बीच भारत में 'Open Bathing' यानी 'खुले में स्नान' शब्द की ऑनलाइन सर्च में काफी बढ़ोतरी हुई। सवाल-5: क्या इन आपत्तिजनक वीडियो के पीछे कोई बड़ा रैकेट काम कर रहा है? जवाबः गुजरात में अहमदाबाद क्राइम ब्रांच की टीम ने आशंका जताई है कि 60 से 70 अलग-अलग अस्पतालों के CCTV हैक किए गए थे। पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि आईपी एड्रेस रोमानिया और अटलांटा से हैक किए गए थे। महाराष्ट्र से गिरफ्तार हुआ एक शख्स प्रज्वल अशोक तेली रोमानिया और अटलांटा के हैकरों के संपर्क में था। ऐसे में कहा जा रहा है कि IP एड्रेस हैक करके बड़े पैमाने पर प्राइवेट वीडियोज को बेचने का रैकेट चलाया जा रहा है। UP प
महाकुंभ में आस्था की डुबकी से सॉफ्ट पोर्न का धंधा खड़ा हो चुका है। महिलाओं के नहाने के वीडियोज और तस्वीरें ऑनलाइन हजारों रुपए में बेची जा रही हैं। इसके तार प्रयागराज से अहमदाबाद तक जुड़े हैं और धीरे-धीरे परतें खुलने लगी हैं। महिलाओं के निजी वीडियो कैसे जुटाए और बेचे जाते हैं, इसके पीछे कितना बड़ा रैकेट, पुलिस की जांच कहां तक पहुंची; जानेंगे आज के एक्सप्लेनर में... सवाल-1: महाकुंभ में नहाती महिलाओं के वीडियो ऑनलाइन बेचने का मामला कैसे सामने आया? जवाबः 17 फरवरी को गुजरात के पत्रकार सागर पटोलिया ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो का स्क्रीनशॉट शेयर कर लिखा, गुजरात के एक अस्पताल में महिलाओं के चेकअप का सीसीटीवी फुटेज यूट्यूब पर पोस्ट किया गया है। यूट्यूब के जरिए ये लोग अपने टेलीग्राम चैनल पर जुड़ने की अपील कर रहे हैं। ये वीडियो गुजरात के पायल हॉस्पिटल का बताया गया। पड़ताल के बाद पता चला कि ऐसे कई अस्पतालों के प्राइवेट CCTV फुटेज टेलीग्राम चैनलों पर बेचे जा रहे हैं। जिनमें महिलाएं इंजेक्शन लगवा रही हैं या जांच करवा रही हैं। इसके लिए बाकायदा वीडियोज की कैटेगरी बनी हुई हैं। हर वीडियो के दाम तय किए गए हैं। इन्हीं से जुड़े कुछ टेलीग्राम चैनल्स पर महाकुंभ में नहाती महिलाओं के आपत्तिजनक वीडियो और तस्वीरें दिखीं। इसके लिए 'Ganga river open bathing group', 'Hidden bath videos group' और 'Open bath videos group' जैसे नामों के ग्रुप्स बनाए गए थे। इसके अलावा यूट्यूब, फेसबुक और इंस्टाग्राम के कई हैंडल्स मिले, जिनमें नहाती और कपड़े बदलती महिलाओं के वीडियोज अपलोड किए जा रहे थे। इसके बाद गुजरात और प्रयागराज पुलिस पर कार्रवाई का दबाव बना। सवाल-2: पुलिस ने इस मामले में अब तक क्या कार्रवाई की है? जवाबः अहमदाबाद पुलिस को जांच में टेलीग्राम ग्रुप में दो यूट्यूब चैनल्स के लिंक मिले। इन चैनल्स के जरिए पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। महाराष्ट्र से प्रज्वल तेली और प्राज पाटिल और प्रयागराज से चंद्रप्रकाश। अहमदाबाद साइबर क्राइम की DCP लवीना सिन्हा ने बताया कि प्रयागराज के यूट्यूबर चंद्रप्रकाश के मोबाइल से कुम्भ में स्नान करती महिलाओं का वीडियो अपलोड किया गया है। अब इस बात की जांच की जा रही है कि उसने यह वीडियो खुद शूट करके अपलोड किया है या किसी से लिया है। शुरुआती पूछताछ में चंद्रप्रकाश ने कबूल किया कि उसने ये वीडियो दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से डाउनलोड करके अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड कर दिए थे। हालांकि, पुलिस को इस बयान पर विश्वास नहीं है। इस पूरे नेक्सस को क्रैक करने में UP पुलिस, साइबर क्राइम सेल, STF के अलावा अहमदाबाद क्राइम ब्रांच जुटी है। प्रयागराज पुलिस ने कुल 17 सोशल मीडिया हैंडल्स, प्रोफाइल और कुछ टेलीग्राम चैनल को आइडेंटिफाई किया है। अब तक 3 FIR दर्ज कर इनकी जांच शुरू कर दी है। इनमें नेहा नाम का एक इंस्टाग्राम अकाउंट भी है। सवाल-3: महाकुंभ में स्नान करने वाली महिलाओं के वीडियो बनाए कैसे जाते हैं? जवाबः महाकुंभ में स्नान करने वाली महिलाओं के वीडियो दो तरह से जुटाए जा रहे हैं- पहला: घाटों पर चोरी-छिपे नहाती महिलाओं के वीडियो शूट करके एक उदाहरण से समझिए। एक वीडियो में महिला गंगा में स्नान कर रही है और कोई छिपकर उसे रिकॉर्ड कर रहा है। कैमरा जानबूझकर महिला के शरीर के हिस्सों पर जूम-इन करता है। साफ पता लग रहा है कि कोई जानबूझकर ऐसे वीडियो बना रहा है। इस केस की जांच में शामिल एक सूत्र के मुताबिक महाकुंभ के वीडियो मोबाइल से चोरी-छिपे शूट किए गए। सभी वीडियो का एनालिसिस करने से यही लगता है। वीडियो बनाने वाला गैंग महाकुंभ में स्नान घाटों पर एक्टिव था, जहां पर महिलाएं नहाती हैं या फिर कपड़े बदलती हैं। कुछ वीडियो शाम ढलते वक्त बनाए गए हैं, ताकि मोबाइल न दिखे। ये सभी वीडियो महाकुंभ मेला क्षेत्र में अलग-अलग लोकेशन के हैं। इसलिए ये भी संभव है कि वीडियो बनाने के लिए एक स्पेशल गैंग काम कर रहा हो। घाटों पर भीड़ की तुलना में चेंजिंग रूम बहुत सीमित हैं, ऐसे में महिलाएं चेंजिंग रूम के आस-पास ही किसी तरह कपड़े बदल लेती हैं। इस रैकेट के लोग वहां भी नजरें गड़ाए रहते हैं और मौका मिलते ही वीडियो बना लेते हैं। दूसरा: सोशल मीडिया से लोगों के प्राइवेट वीडियो निकालना महाकुंभ में नहाने गए लोग खुद भी नहाने के दौरान के अपने वीडियोज शेयर करते हैं। रैकेट के लोग सोशल मीडिया पर कुम्भ से जुड़े ट्रेंडिंग हैशटैग जैसे- #Prayagrajkumbh, #Mahakumbh वगैरह को फॉलो करते हैं और लोगों के सोशल मीडिया से उनके निजी फोटो-वीडियो निकालकर इकट्ठा कर लेते हैं। कुछ अकाउंट्स पर महिलाओं के पुराने और दूसरी जगहों के नहाते हुए वीडियो भी कुम्भ के नाम पर फैलाए जा रहे हैं। सवाल-4: वीडियो जुटाने के बाद उन्हें बेचा कैसे जाता है? जवाबः वीडियो चाहे खुद बनाए गए हों या उन्हें दूसरों की प्रोफाइल से जुटाया गया हो, उन्हें बेचने का सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म टेलीग्राम है। टेलीग्राम पर बने चैनल ऑनलाइन पेमेंट के बदले में ऐसे वीडियो प्रोवाइड करते हैं। हालांकि, इसके लिए सबसे जरूरी कड़ी है लोगों को टेलीग्राम चैनल तक लाना। अब इसका प्रोसेस भी समझिए... टेलीग्राम सर्च इंजन और एनालिटिक्स प्लेटफॉर्म टेलीमेट्रियो के मुताबिक, 12 फरवरी से 18 फरवरी के बीच भारत में 'Open Bathing' यानी 'खुले में स्नान' शब्द की ऑनलाइन सर्च में काफी बढ़ोतरी हुई। सवाल-5: क्या इन आपत्तिजनक वीडियो के पीछे कोई बड़ा रैकेट काम कर रहा है? जवाबः गुजरात में अहमदाबाद क्राइम ब्रांच की टीम ने आशंका जताई है कि 60 से 70 अलग-अलग अस्पतालों के CCTV हैक किए गए थे। पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि आईपी एड्रेस रोमानिया और अटलांटा से हैक किए गए थे। महाराष्ट्र से गिरफ्तार हुआ एक शख्स प्रज्वल अशोक तेली रोमानिया और अटलांटा के हैकरों के संपर्क में था। ऐसे में कहा जा रहा है कि IP एड्रेस हैक करके बड़े पैमाने पर प्राइवेट वीडियोज को बेचने का रैकेट चलाया जा रहा है। UP पुलिस के सूत्रों का कहना है कि प्रयागराज में घाटों पर महिलाओं के नहाने के वीडियो शूट करने और उन्हें बेचने के पीछे रैकेट काम कर रहा है। हमने महाकुंभ के DIG वैभव कृष्ण से पूछा कि फोटो-वीडियो बेचने वाले लोगों के पास ये वीडियो कहां से आए, इसे कैसे ऑर्गनाइज्ड तरीके से अंजाम दिया गया और क्या इसके पीछे कोई रैकेट काम कर रहा है। उन्होंने इसका जवाब नहीं दिया। सवाल-6: क्या महाकुंभ के घाटों पर लगे CCTV हैक होने की भी संभावना है? जवाबः अभी तक कुंभ के जितने वीडियोज सामने आए हैं, वो मोबाइल से ही शूट हुए हैं। CCTV का कोई वीडियो सामने नहीं आया। हमने और पुख्ता करने के लिए ये सवाल कुंभ मेला एसएसपी राजेश द्विवेदी से पूछा तो उन्होंने किसी वीआईपी प्रोग्राम में व्यस्तता का हवाला देते हुए कहा कि वह इस वक्त ऑन रिकॉर्ड सवालों के जवाब नहीं दे सकते। सवाल-7: महाकुंभ के घाटों पर वीडियो बनाने को लेकर कोर्ट की क्या गाइडलाइंस हैं, उनका पालन क्यों नहीं हो रहा? जवाबः फरवरी 2019 में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने संगम के घाटों और मेला क्षेत्र के 100 मीटर के दायरे में वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी पर प्रतिबंध लगाने के सख्त निर्देश दिए थे। हाई कोर्ट के एक वकील की याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस प्रदीप कुमार सिंह बघेल और जस्टिस पंकज भाटिया की बेंच ने कहा था कि अगर कोई निर्देश का उल्लंघन करते हुए पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। कोर्ट ने मेला प्रशासन से ये भी कहा था कि मीडिया को भी यह निर्देश दिए जाएं कि वह कुंभ में नहाने की तस्वीरें नहीं दिखाएंगे। हालांकि यूपी पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, महाकुंभ में मोबाइल फोन या कैमरा ले जाने पर किसी तरह की कोई पाबंदी नहीं है। इसलिए इतनी भीड़ में कब-कौन-क्या शूट कर रहा है, इस पर निगरानी रखना बहुत मुश्किल है। ---------- ग्राउंड इनपुट्स: उत्कर्ष सिंह और सचिन गुप्ता --------- महाकुंभ में महिलाओं के प्राइवेट वीडियो से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें: महाकुंभ में नहा रहीं महिलाओं के अश्लील VIDEO बनाए:प्रयागराज में FIR; दावा- डार्क वेब पर बेचे, अखिलेश बोले- सम्मान बचाने में BJP फेल प्रयागराज महाकुंभ में महिलाओं की प्राइवेसी में खलल डाली जा रही। संगम में स्नान करते, कपड़ बदलते समय महिलाओं के चोरी से फोटो-वीडियो बनाए जा रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट में दावा है कि महिलाओं के प्राइवेट वीडियो को डार्क वेब पर बेचा जा रहा। इस मामले में सपा मुखिया अखिलेश यादव की भी प्रतिक्रिया सामने आ गई है। उन्होंने कहा, 'महाकुंभ में नारी के मान-सम्मान की रक्षा करने में भाजपा सरकार विफल रही है।' पूरी खबर पढ़ें...